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|कृतियाँ=आईनों में देखिए (ग़ज़ल-संग्रह,2004), रूई मांयीं सूई (राजस्थानी ग़ज़ल-संग्रह-2002)
|विविध=हिन्दी और राजस्थानी दोनों भाषाओं के कवि
|सम्पर्क=swarnkarrajendraATgmailDOTcomswarnkarrajendra@gmail.com
|अंग्रेज़ीनाम=Rajendra Swarnkaar
|जीवनी=[[राजेन्द्र स्वर्णकार / परिचय]]