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Kavita Kosh से
अपने घर का दरवाजा़
उसकी माँ ने भी क्या उसको
बुला लिया कहहकर कहकर आजा।
ज़ोर-ज़ोर से गरज रहे हैं
मुझे चमकती सी तलवार
तब माँ कर न कोई सकेगा
अपने उपर ऊपर अत्याचार।
पुलिसमैन अपने काका को