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कौन-सी पहिचान  पहचान होगी?
जब तुम्हारी दृष्टि भी मेरे लिए अनजान होगी?
दीप्ति जिनकी काल के भी गाल में अम्लान होगी
कौन-सी पहिचान  पहचान होगी?
जब तुम्हारी दृष्टि भी मेरे लिए अनजान होगी?
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