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'''इस रेखांकित समय में...'''
 
इस रेखांकित समय में
जबकि टी०वी० समाज
कितना ओछा आचरण है कि
अमिताभ बच्चन्न बच्चन द्वारा 15 करोड़ केइनकम -टैक्स भरे जाने को
ग़ुमख़बरी के डस्टबिन में डाल रहा है
जबकि आयकर विभाग
बाबुओं बाबूओं के घन-खाए बटुए से
आयकर चिचोर रहा है।
मुर्दाघाटनुमा क़ौम को ढँकने के लिए
एक टुकड़ा माँग रहा है
जबकि आवाम अवाम का हरिशचंद्र खुद को
महाजन यानी हुक़ूमत के हाथों गि़रवी रखकर
अपनी लुगाई से धंधा करा रहा है
और ऐय्याश ज़िंदग़ी बसर कर रहा है?
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