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*[[उछल कर आसमाँ तक जब गिरा बाज़ार चुटकी में / पवनेन्द्र पवन]]
*[[यही आभास होता है शहर से आके गाँवों में / पवनेन्द्र पवन]]
*[[बाहर योगाभ्यास रे जोगी / पवनेन्द्र पवन]]*[[डाकू तस्कर आज है वन में / पवनेन्द्र पवन]] *[[पीर है सीने में पर्वत के चमक परिधान पर / पवनेन्द्र पवन]]*[[यूँ सड़क तक छोड़ने तो आपको आएँगे लोग / पवनेन्द्र पवन]]*[[अपना-अपना ख़ुदा नहीं होता / पवनेन्द्र पवन]]*[[ख़ून ऐसा मुँह लगा है जंगलों को पार कर / पवनेन्द्र पवन]]*[[राह में ठोकर का सामाँ हाथ मे ख़ंजर लगे / पवनेन्द्र पवन]]*[[दिलों में तो ग़म का ही आवास होगा / पवनेन्द्र पवन]]*[[है ढोंग पुण्य का कमाई पाप की तरह / पवनेन्द्र पवन]] *[[मायूस उसके दर से हो अपनी तौहीन से / पवनेन्द्र पवन]]*[[कम हैं सिपाही फ़ौज में सरदार बहुत हैं / पवनेन्द्र पवन]] *[[सियार जब से शेर का हुआ सलाहकार है / पवनेन्द्र पवन]]*[[गो हवाएँ तो सफ़र के वास्ते अनुकूल हैं / पवनेन्द्र पवन]]
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