भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कर्णसिंह चौहान |संग्रह=हिमालय नहीं है वितोशा / क…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कर्णसिंह चौहान
|संग्रह=हिमालय नहीं है वितोशा / कर्णसिंह चौहान
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
बोरोवेत्स की छत पर
हंसे हम-तुम
लहराया सारा जंगल
लरज उठे चोटी पर चढ़ते तार
मुखर हुए रिला मोनास्तर में
मंत्र
प्रतिध्वनि ने लौटकर
घेरा हमें ।
मन की ढलान पर
सेंत-मेंत
खुले कई आश्रम
जली मोमबत्ती
जोगिया पहन
पहुंचे वृन्दावन
येरुशलम ।
बोरोवेत्स:सोफिया से कुछ दूर बल्गारिया का सबसे ऊँचा खूबसूरत पहाड़।
दिला मोनास्तर:बल्गारिया का सबसे बड़ा पुराना मोनास्तर।
<poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=कर्णसिंह चौहान
|संग्रह=हिमालय नहीं है वितोशा / कर्णसिंह चौहान
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
बोरोवेत्स की छत पर
हंसे हम-तुम
लहराया सारा जंगल
लरज उठे चोटी पर चढ़ते तार
मुखर हुए रिला मोनास्तर में
मंत्र
प्रतिध्वनि ने लौटकर
घेरा हमें ।
मन की ढलान पर
सेंत-मेंत
खुले कई आश्रम
जली मोमबत्ती
जोगिया पहन
पहुंचे वृन्दावन
येरुशलम ।
बोरोवेत्स:सोफिया से कुछ दूर बल्गारिया का सबसे ऊँचा खूबसूरत पहाड़।
दिला मोनास्तर:बल्गारिया का सबसे बड़ा पुराना मोनास्तर।
<poem>