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अधटूटी टाँग को घसीटता
जुलूस में चल रहा बूढ़ा पेत्कोव ।
सबसे प्रिय पुत्र की लाश को
ढलके कंधों पर ढो रहा पेत्कोव ।
कई अकारथ जन्मों को रो रहा पेत्कोव । ''तोवारीश : कामरेड''
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