भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकेश मानस |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> कवि के लिए कठिन स…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मुकेश मानस
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
कवि के लिए कठिन समय
ये हो सकता है
कि बाज़ार में भाजी-तरकारी खरीदता हुआ कवि
आपको कवि जैसा ना लगे
ये हो सकता
कि कविता के अलावा कवि जो कुछ भी लिखे
उसमे आपको कोई गहराई ना दिखे
ये हो सकता है
कि कविता के अलावा कवि जो कुछ भी करे
वह आपको एकदम साधारण लगे
बड़ा ही कठिन समय है साथी
कि अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद
कवि हर वक्त
कवि नहीं रह पा रहा है
2010
<poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=मुकेश मानस
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
कवि के लिए कठिन समय
ये हो सकता है
कि बाज़ार में भाजी-तरकारी खरीदता हुआ कवि
आपको कवि जैसा ना लगे
ये हो सकता
कि कविता के अलावा कवि जो कुछ भी लिखे
उसमे आपको कोई गहराई ना दिखे
ये हो सकता है
कि कविता के अलावा कवि जो कुछ भी करे
वह आपको एकदम साधारण लगे
बड़ा ही कठिन समय है साथी
कि अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद
कवि हर वक्त
कवि नहीं रह पा रहा है
2010
<poem>