{{KKGlobal}}
{{KKParichay
|चित्र=madhurimasingh.jpg
|नाम=मधुरिमा सिंह
|उपनाम=
|जन्म=9 09 मई 1958
|जन्मस्थान=
|कृतियाँ=खंडित पूजा (आध्यात्मिक कविताएँ), कई बरस के बाद (ग़ज़ल), आकाश होती हुई नदी, आग के फूल (प्रेम कविताएँ), हम हैं आज़ाद भारत के ग़ुलाम, सूरज के लुटेरे, बाँसुरी में फुल आ गए (गीत), हाँ, मैं औरत हूँ ।
}}
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'''कविता संग्रह'''
'''* [[खंडित पूजा / मधुरिमा सिंह]]'''
'''प्रतिनिधि रचनाएँ'''
<sort order="asc" class="ul">
* [[मेरी ग़जल भी रही इस तरह ज़माने में / मधुरिमा सिंह]]
* [[रात हमारी आँखों से फिर बही कहानी अम्मा की / मधुरिमा सिंह]]
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