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Kavita Kosh से
* [[ कुछ भी नहीं हुआ-सा लेकर लौटें हम / सांवर दइया]]
* [[ नाम पहुंचे उनके, जो खिलाफ़ हैं / सांवर दइया]]
* [[ ये उम्मीदें कैसे न होंगी बदरण्ग बदरंग यार / सांवर दइया]]
* [[ आकाश छूती इमारतें बनाने वालों / सांवर दइया]]
* [[ आज यह देख क्या हुआ, अखबार हो गए लोग / सांवर दइया]]