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'''8 अक्टूबर 1983 को नैनीताल में हुई पुलिस फायरिंग के बाद'''
हालाते सरकार ऎसी ऐसी हो पड़ी तो क्या करें?
हो गई लाजिम जलानी झोपड़ी तो क्या करें?
गोलियाँ कोई निशाना बाँध कर दागी थी क्या?
खुद निशाने पै पे पड़ी आ खोपड़ी तो क्या करें?
खाम-खाँ ही ताड़ तिल का कर दिया करते हैं लोग,