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अहमद फ़राज़

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* [[किताबों मे‍ मेरे फ़साने ढूँढते हैं / फ़राज़]]
* [[हर कोई दिल की हथेली पे है सहरा रक्खे / फ़राज़]]
 
* [[मुत्तफ़ावतें हैं मेरे ख़ुदा कि ये तू नहीं कोई और है / फ़राज़]]
* [[नज़्म - ऐ मेरे वतन के लोगों, अब मेरे दुसरे बाजू पे वो शमशीर है / फ़राज़]]
* [[तुझसे मिलने को कभी हम जो मचल जाते / फ़राज़]]
* [[उसका अपना ही करिश्मा है फ़सूँ है यूँ है / फ़राज़]]
* [[निभाता कौन है क़ौल-ओ-क़सम तुम जानते थे / फ़राज़]]
* [[क़ुर्बत भी नहीं दिल से उतर भी नहीं जाता / फ़राज़]]
* [[ये जो सर गुज़िश्ता से फिरते हैं किताबों वाले/ फ़राज़]]
* [[पेच रखते हो बहुत साज़-ओ-दस्तार के बीच / फ़राज़]]
* [[इस दौर-ए-बेज़ुबानी की कहानी कोई लिखो / फ़राज़]]
* [[तुम अपने ख़त में यूँ लफ़्ज़ों का सिलसिला रखना / फ़राज़]]
* [[जाने क्यूँ शिक़स्त का अज़ाब लिये फिरता हूँ / फ़राज़]]
* [[ग़म-ए-हयात का झगडा मिटा रहा है कोई / फ़राज़]]
* [[नहीं जो दिल में जगह तो नज़र में रहने दे / फ़राज़]]
* [[कहानीयाँ ना सुनो आस पास लोगों की / फ़राज़]]
* [[कुछ उनकी वफ़ाओं ने लुटा कुछ उनकी इनायत मार गई / फ़राज़]]
* [[वो मुहब्बत का ख़ुदा है मुझे मालूम ना था / फ़राज़]]
* [[वो आ गये तो क़लाब की तालीफ़ हो गई / फ़राज़]]
* [[फिरा हूँ सारे ज़माने में दर-ब-दर कैसा / फ़राज़]]
* [[पेश-ए-जानाँ सुख़न आशुफ़्तसरी है ख़ामोश / फ़राज़]]
* [[कुछ अंधेरा भी ज़रुरी है ग़म-ए-यार के साथ / फ़राज़]]
* [[तुमको आता ही नहीं शिकवा शिकायत करना / फ़राज़]]
* [[उनके अंदाज़-ए-करम उनपे वो आना दिल का / फ़राज़]]
* [[मैं मर मिटा तो वो समझा ये इंत्तेहा थी मेरी / फ़राज़]]
* [[कभी मोम बनके पिघल गया कभी गिरते गिरते सम्भल गया / फ़राज़]]
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