भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ध्यान की छाया / गोबिन्द प्रसाद

575 bytes added, 11:37, 8 सितम्बर 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद |संग्रह=कोई ऐसा शब्द दो / गोबिन्द…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद
|संग्रह=कोई ऐसा शब्द दो / गोबिन्द प्रसाद
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>

मैंने कहा : बैठ जाओ
इस पत्थर पर
वह बैठ गयी,चुपचाप

उसने कहा : तुम यहाँ बैठो
मेरे ध्यान की छाया में
घास पर
-मैं खड़ा रहा देर तक
चुपचाप

<poem>
681
edits