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Kavita Kosh से
* [[बाखबर हम हैं मगर / रामकुमार कृषक]]
* [[हे राम ! / रामकुमार कृषक]]
* [[दुख कहाँ से आ रहे बतलाइए / रामकुमार कृषक]]
* [[लोग रहते हैं जिन मकानों में / रामकुमार कृषक]]
* [[हम नहीं खाते हमें बाज़ार खाता है / रामकुमार कृषक]]
* [[आप गाने की बात करते हैं / रामकुमार कृषक]]
* [[परबत के पैताने पहुँचे परबत के सिरहाने भी / रामकुमार कृषक]]