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कुहासों के न्योते पर, ज़फाओं के सोते पर
यहां सर्द दिल का शहर लिख रही हो.
 
हवाई पोशाकों से बदलते इलाकों से
युगों के निखरने का भ्रम लिख रही हो.
पहाड़ों के घेरे हैं, सहरों के डेरे हैं,