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Kavita Kosh से
किसी को फ़ुरसत नहीं है ।
म्यूज़ियम के तहखाने तहख़ाने में बंद
व्हेल के अस्थिपंजर की तरह
उसे जिज्ञासा भरी दृष्टि से देखने को भी