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Kavita Kosh से
भक्त मात्रभूमि के थे भूमिका स्वतंत्रता की
नाम के भगत सिंह काम आग-पानी के
बहरे विधायकों के कान में धमाका किया
उग्र अग्रदूत बने क्रांति की कहानी के
दासता के दायकों को काल विकराल हुए
देश को सिखाए उपयोग यों जवानी के
फांसी चूमते समय भी मात् र जयघोष किया
सारा देश कुर्बान तेरी कुर्बानी के