भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[अरे बरसन लागे बुंदिया चला भागा पिया / खड़ी बोली]]
* [[देन्णा होई जाया बें सेळी धरती / खड़ी बोली]]
* [[तरसत जियरा हमार नैहर में (कजरी) / खड़ी बोली]]
*[[सेजिया पे लोटे काला नाग /(कजरी पुरबिया) / खड़ी बोली]]</sort>