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{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश तैलंग
|संग्रह=मेरे प्रिय बालगीत / रमेश तैलंग; इक्यावन बालगीत / रमेश तैलंग
}}
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<poem>
मुश्किल में काटा,
आधी कमाई में
अगले में घाटे
पड़ेंगे जी भरने।