भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'''गीत'''
* [[जो ग़ज़लें मंसूब हैं तुमसे उनको फिर दोहराना है / शाहिद मिर्ज़ा शाहिद]]
'''क़ताअ या मुक्तक'''
* [[दीपावली पर पाँच मुक्तक / शाहिद मिर्ज़ा शाहिद]]
'''ग़ज़लें'''