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सो-सो कोसां वरणसी करसी काळ विधूंस ।।41।।
आज काली घटा उमड़ी है, हल्के बादल खूब बिखर रहे हैं । यह सौ-सौ कोसों तक बरसेगी और अकाल का विध्वंस करेगी ।करेगी।
दिन में रात जगावती वादळियां बरसात ।
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