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काहेको ब्याहे बिदेस, अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br>
काहेको ब्याहे बिदेस<br><br>
हम तो भैया को दियो बाबुल तोरे बेले की कलियन महले दो-महले<br>अरे घर-घर माँगे हैं जाएहमको दियो परदेस<br>अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br>काहेको काहे को ब्याहे बिदेस<br><br>
महलन हम तो बाबुल तोरे खूँटे की गैयाँ<br><br>जिद हाँके हँक जैहें<br>रे, लखिय बाबुल मोरे<br>काहे को ब्याहे बिदेस<br><br> हम तो बाबुल तोरे बेले की कलियाँ <br>घर-घर माँगे हैं जैहें<br>रे, लखिय बाबुल मोरे<br>काहे को ब्याहे बिदेस<br><br> कोठे तले से डोला पलकिया जो निकलानिकली<br>अरे बीरन में छाए पछाड़<br>अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोरे<br>काहे को ब्याहे बिदेस<br><br> हम तो हैं बाबुल तोरे पिंजरे की चिड़ियाँ<br>भोर भये उड़ जैहें<br>रे, लखिय बाबुल मोरे<br>काहे को ब्याहे बिदेस<br><br> तारों भरी मैनें गुड़िया जो छोडी़<br>छूटा सहेली का साथ<br>रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br>काहेको काहे को ब्याहे बिदेस<br><br>
भैया को दियो बाबुल महलन दो महलनडोली का पर्दा उठा के जो देखा<br>अरे हम को दियो परदेसआया पिया का देस<br>अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br>काहे को ब्याहे बिदेस<br><br>
काहेको ब्याहे बिदेस<br>अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br>काहेको काहे को ब्याहे बिदेस<br>अरे लखियन रे, लखिय बाबुल मोहेमोरे<br><br>
''इस रचना के कुछ अंशो को हिन्दी फ़िल्म उमराओ जान के लिये जगजीत कौर ने ख़्य्याम के संगीत में गाया भी है''