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वृत्तक बाहर किछु नहि / उदय नारायण सिंह 'नचिकेता'
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तीन जोड़ पैर चलि रहल अछि।
एक काँट पर सँ,
एक अश्रु पर सँ,
आ' एक रक्त पर सँ।
एकर वृत्तक बाहर
और किछु नहि।