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वृहत्त्रयी का आक्रमण / केदारनाथ अग्रवाल

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आ गए पवन और पानी
एक साथ बिजली को लिए
रात के राज में अंधे हड़कंप करने
हिलने-डोलने और भीगने लगे
जमीन और आसमान
वृहत्त्रयी के आक्रमण में।

रचनाकाल: २९-०३-१९७७