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वेदना / शमशाद इलाही अंसारी
Kavita Kosh से
विचित्र वेदना
विवश्तापूर्ण क्षण
व्याकुल हॄदय में-
तीव्र होता रक्त संचार
मानो मापदण्ड हो-
किसी के प्रति "मोह" का
शुष्क होता कंठ,
बिखरे हुये भावों से-
ज्ञात हो जाता है
किसी के बिछड़ने का दर्द|
रचनाकाल : 03.10.1987