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वेदां आले मन्त्र कोन्या सारा उल्टा काम लाग्या / मेहर सिंह

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मौलवी बैठा लिया जड़ में झूठा फंड तमाम लाग्या
वेदां आले मन्त्र कोन्या सारा उल्टा काम लाग्या।टेक

जैसे धनवत धन माल छोड़ कै
सुपने मैं कंगाल छोड़ कै
नमस्ते करण का ख्याल छोड़ कै झट करने गरीब सलाम लाग्या।

अपणा धर्म निभाणा रज कै
मूर्ख दिल बहलाणा सज कै
मन्दिर कै म्हां जाणा तज कै मस्जिद मैं देण बाम लाग्या।

अपनी इज्जत आप घटा दी
पिता नैनचन्द की पैड़ मिटा दी
चोटी और मेरी मूंछ कटा दी के खोटा इल्जाम लाग्या

पहलम जमना जी पै जाणा सिख्या
फेर गढ़ गंगा में न्हाणा सिख्या
जाट होकै गाणा सिख्या मेहर सिंह तने राम लाग्या।