वे
हमें
हमारे वजूद की
याद दिलाते हैं।
अहसास कराते हैं।
एक वजूद वाली औरत को
प्यार करने का,
उस पर क़ाबू पाने का
मज़ा ही कुछ और हैं।
रचनाकाल : मार्च 1996
वे
हमें
हमारे वजूद की
याद दिलाते हैं।
अहसास कराते हैं।
एक वजूद वाली औरत को
प्यार करने का,
उस पर क़ाबू पाने का
मज़ा ही कुछ और हैं।
रचनाकाल : मार्च 1996