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शन्नो अब्बा का संवाद / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित

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क्या जाति
क्या उपजाति
शन्नो अब्बा से पूछती है
अब्बा
समझाते हैं
मेहनत करो
खूब पढ़ो
अव्वल आओ
किसी की परवाह नहीं करो
अपने काम में
लगी रहो
अपने उद्देेश्य को
सामने रखो
आगे बढ़ो
बढ़ो आगे
कल तुम्हारा है
शन्नो समझ गई
खूब पढी
खूब पढ़ी
गांव की पगडंडियां
कब
शहर की ओर मुड़ गई
अब
शन्नो
नगर आयुक्त है
अब्बा गांव में है
शन्नो की तस्वीर
अखबार में देखते
मुस्कुराते हैं
चौपाल मंे हुक्का -
गुड़गुड़ाते हैं
छोटी बच्ची पूछती है
काका
यह जाति
उपजाति क्या होती है
शन्नो के अब्बा
समझाते हैं
कुछ भी नहीं बेटा
पढ़ो खूब पढ़ो
कल तुम्हारा है
हमारा है
हम सबका है
और अब्बा की आंखें
छलछला आयीं
यह बूंदें
खुशी की थी
शन्नो की थी
और उस लड़की
के लिए थी
जिसे आगे बढ़ना है
चोटी चढ़ना है