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शब्द राह है / कुमार रवींद्र
Kavita Kosh से
आप शब्द से
इतना क्यों डरते हैं, भाई
शब्द हमारे होने का
इतिहास बताता
पीढ़ी-दर-पीढ़ी
इसका अर्थों से नाता
शब्द-शब्द में
छिपी हुईं आदिम कविताएँ
शब्द सूर्य है
शब्द नदी होता है
कल्पवृक्ष के बीज
शब्द भीतर बोता है
शब्दों ने ही
इच्छाओं की बेल लगाई
शब्द साँस के आने-जाने का
गवाह है
शब्द सभी का - नहीं किसी का
शब्द राह है
हमने सारी उम्र
उसी के संग बिताई