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शब्द / उमा शंकर सिंह परमार
Kavita Kosh से
1
शब्द
भूँज दिया गया
भूख की दहकती
भट्टी में
अभिधा, लक्षणा, व्यंजना
तीनो जलकर राख
बेस्वाद हो गया अर्थ
2
शब्द
लड़ते लड़ते
थक चुका है
पुरानी क़िताबों में
दबकर सो चुका है
3
थरथराते थे हुक़्मरान
जब बेख़ौफ़ सिंह का
दहाड़ता था शब्द
राजदरबार के फर्श पर
पसरा हुआ
आज का दोगला शब्द
4
फुटपाथ पर
बैठा वह
भूखा आदमी
ताज़ा अख़बार में
मरे हुए किसान, बलत्कृत औरत की
ख़बर में
चटपटी नमकीन रखकर
अब शब्द बेंचने की
कला सीख चुका है