1
शराब की खाली बोतलें 
केवल खाली बोतलें नहीं हैं, 
ये हैं पियक्कड़ बाप के 
स्नेह से वंचित बालमन
का खालीपन। 
2
पत्नी के आँसुओं का खारापन
उतर आता होगा शराब में, 
तभी हलक से नीचे उतारने के लिए
पानी मिलाता है शराबी शराब में। 
3
शराबी घूंट-घूंट शराब पीता है और
परिवार घूंट-घूंट अपमान पीता है, 
मुश्किल है 
दोनों के लिए घूंट-घूंट पीना। 
4
शराब के नशे में 
नहीं लड़खड़ाता है केवल शराबी, 
लड़खड़ाती है उसके
परिवार की आर्थिक स्थिति। 
5
शराब में बर्बाद नहीं होता है
केवल रुपया पैसा और शराबी, 
बर्बाद होने लगती हैं
बच्चों की खुशियाँ, 
पत्नी का प्रेम
और अंततः पूरा परिवार।