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शरारत का रंग / उमा अर्पिता

तुम्हारी आँखों में
रोमिल पंखों वाला
चाहत का पंछी
जब-जब/उड़ान भरता है,
तुम्हारे चेहरे पर
शरारत का
गुलाबी रंग खिल उठता है
और मुस्काने लगता है
कोई इन्द्रधनुष
मेरी झुकी हुई
पलकों के भीतर...
ऐसे में--
बचते-बचते भी
मैं--तुम्हारी शरारत के
रंग में
रंग जाती हूँ।