साँप
फिनू डँसै छै
आदमी जी उठै छै
आदमी एैसन
कहियो नै सोचै छै।
अनुवाद:
साँप
जब पुनः डँसता है
आदमी जी उठता है
आदमी ऐसा
कभी नहीं सोचता है।
साँप
फिनू डँसै छै
आदमी जी उठै छै
आदमी एैसन
कहियो नै सोचै छै।
अनुवाद:
साँप
जब पुनः डँसता है
आदमी जी उठता है
आदमी ऐसा
कभी नहीं सोचता है।