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शहीद / सुधा ओम ढींगरा
Kavita Kosh से
बेटा शहीद हुआ
पति शहीद हुआ
भाई शहीद हुआ
पिता शहीद हुआ.
प्रकृति सुबकी
इन्सानियत बिलखी
चाँद, सूरज, तारों
की रौशनी तड़पी.
नेताओं और धर्म
के लिए, इन्सान नहीं
सिर्फ सिपाही शहीद हुआ.
जो बेगुनाह था
पर देश- प्रेम से
ओत- प्रोत देश भक्त था,
देश के लिए शहीद हो गया.