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शान्त तपस्वी / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

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गगन - गुफा बसि जटिल यती के समाधिस्थ ई साओन-भादव!
मेघक जटा, विद्युतक बल्कल, नदी कमण्डलु, नभ गंगा - जल
स्नान त्रिकाल ठाँओ कय आसन तृण विस्तृत, घन-ध्वनिक मन्त्रबल
वितत बलाका माला जपइत ध्यान निमीलित रवि-शशि दृग-युग
गगन गुफा बसि जटिल यती के साधनस्थ ई साओन-भादव?।।1।।

सुख-दुख दिन-रजनी समान अछि, घनश्यामक एकान्त ध्यान अछि
घन-छाया काया, चपला श्री यौवन जल बुदबुद् प्रमाण अछि
संचित रसक त्याग-सुख दुर्लभ शान्ति-मार्गहिक कहइत अनुभव
गगन-गुफा बसि जटिल यती के स्थितप्रज्ञ ई राओन-भादव?।।2।।