हर धड़कन रूक जाने को है
शायद कोई आने को है
वही पुरानी एक कहानी
मेरे पास सुनाने को है
मेरा मैं उसकी राहों में
वह मुझको ठुकराने को है
पल-पल पलकें मुँदी जा रहीं
घोर अंधेरा छाने को है
एक साँस साँसों में भर लो
यह गुलाब मुरझाने को है