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शिकारी का हाथ / सुरेश यादव
Kavita Kosh से
बहुत शान्त होता है
पानी में
एक टांग खड़ा
बगुला
बहुत शान्त होता है
नंगी डाल पर
गरदन लटकाए बैठा
गिद्ध
बहुत शान्त होता है
बूढ़े कंगूरे पर
चुपचाप बैठा
बाज
बहुत शान्त होता है
निशाना साधते हुए
बंदूक के कुंदे पर
टिका-
शिकारी का हाथ।