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शिक्षा की ताकत / दीनदयाल शर्मा
Kavita Kosh से
टन टन टन जब बजे तो घंटी
भागे दौड़े जाएं स्कूल
दड़बड़ दड़बड़ सब भागें तो
उड़ती जाए गली की धूल
कंप्यूटर से करें पढ़ाई
नई - नई बातें बतलाई
बस्ता अब कुछ हुआ है हल्का
मन भारी था हो गया फुलका
अब न कोई करे बहाना
रोजाना स्कूल को जाना
पढ़ लिख कुछ बनने की ठानी
शिक्षा की ताकत पहचानी