शिव जी हीरो बनोॅ हो-17 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'
राग भैरबी-दादरा
नै अइलै परदेसिया बलम चितचोर
तड़पी तड़पी कॅ रवन भेलै भोर
अमुआं मोजरी गेलै सरसों फुलैलै
बैरिन कोइलिया करैछै सखि शोर
आबी गेलै फगुआ मदन भेलै अगुआ
नै अइलै निरमोहिया बहैछै आँखी लोर
विरहा के आगिन फूंकैछै हमरा
सैयां बिन सखि हे दुसह दुख मोर
राग मिश्र पीलू-ताल कहरवा
हमरोॅ जिनगी भेलै जपाल पिया कैन्हे लानल्हॅ सौतिनियां
हमरोॅ हाल भेलै बेहान ,, ,, ,, ,,
हम्में जों होतियां काली कलूटी तॅ लानै के छेलै सवाल
हमरोॅ गोरे गोरोॅ गाल पिया कैन्हें लानल्हॅ सौतिनियां
बुचकुट्टी जो केस रहतियै लानै के छेलै सवाल
हमरोॅ छै ठेहुनोॅ तक बाल पिया कैन्है लानल्हॅ सौतिनियां
हम्मं जो होतियां कानी या कुबड़ी लानै के छेलै सवाल
शराबी आख हरिन के चाल पिया कैन्हे लानल्हॅ सोतिनियां
हम्में रहतियां बांझ रे बहिला लानै के छेलै सवाल
हमरा गोदी दद्दू लाल पिया कैन्हे लानल्हॅ सोतिनियां
जों कहीं होतियॅ गाल चुटकलोॅ लानै के छेलै सवाल
हमरोॅ फुल्ल फुल्ल गाल पिया कैन्हे लानल्हॅ सोतिनियां
जों कही होतियां बुढ़िया सुढ़िया लाने के छेलै सवाल
जवानी हमरोॅ छै कमाल पिया कैन्हे लानल्हॅ सोतिनियां