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शिव जी हीरो बनोॅ हो-35 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'
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चैती
हमरोॅ बलमु परदेसिया हो रामा पिया निमोहिया।।
बलमू के बगिया में बेलिया चमेलिया
हरदम गमकैछै बगिया हो रामा पिया निमोहिया।।
वैरिन कोइलियिा आधी आधी रतिया
कुहुकि कुहुकि सालै छतिया हो रामा पिया निरमोहिया।।
जों री कोइलिया पिया घरें अइलै
खूबे खिलइबौ मिठइया हो रामा पिया निमोहिया।।
चैती
पिया संग सुतबै अटरिया हो रामा चैत के रतिया
चैत के रतिया चानी के रतिया।। पिया.।।
बेलिया चमेलिया के चुनी चुनी कलिया
सेजिया पर सैयां के बिछइबै हो रामा चैत के रतिया
रसिया संवरिया कॅ बेनियां डोलइबै
हँसि हँसि गरवा लगइबै हो रामा चैत के रतिया।।