भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
शिव जी हीरो बनोॅ हो-50 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'
Kavita Kosh से
मुडलोॅ
धन दशरथ तोरोॅ भाग रामजी के मंूडनोॅ
अहे धन कोसल्या के भाग रामजी के मूंडनोॅ
कोसल्या लुटवाये अन धन सोनमा
कैकेयी मोती के माल रामजी के मूंडनोॅ
नौआ केॅ दीहोॅ मैया सोनमां के छुरिय
नाउनी केॅ सोनमा के गुरिया बबुआजी के मुंडनोॅ
अबटन
धन दशरथ जी के भाग राम केॅ ऊवटन लागे
रतन जडिं़त सोना के पिढ़िया
वै पर बिराजे राम राम केॅ ऊबटन लागे
मातु कोसल्या ऊबटन लगावये
अत्तर तेल फुलेलवा बबुआजी केॅ ऊबटन लागे
मौसी सोहागिन ऊबटन लगावये
आरो तेल फुलेल बबुआ केॅ ऊबटन लागे
चलोॅ चलोॅ सखि सब ऊबटन लगाबॅ
बरुआ केॅ तेल फुलेन बरुआ केॅ ऊबटन लागॅ।