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शिव जी हीरो बनोॅ हो-54 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'

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परछन

बन्ना बन्नी मोटर कार चढ़ी अइलै जी दुआर
चलोॅ चलोॅ जी परछैलेॅ सब सखिया
बन्ना के छै गोरोॅ गाल गल्ला में छै मोती माल
चलोॅ चलोॅ जी परछैलेॅ सब सखिया
बन्ना के सिर सोहे लाली पगड़िया
बन्नी के तन सखि लाली चुनरिया
करी सोलहो सिंगार साजी केॅ सोना के थार
चलोॅ चलोॅ जी परछैलेॅ सब सखिया
बन्ना के तन सोहे चीर वो पटुका
बन्नी के कानोॅ में जी हीरा के झुमका
सोभा अगम अपार दीया बाती के बहार
चलो चलोॅ जी परछैलेॅ सब सखिया
देखैलेॅ आबी गेलै सगरी नगरिया
बन्नी केॅ कहीं लगी जाय नै नजरिया
हुये अचल सोहाग बन्ना बन्नी में अनुराग
चलोॅ चलोॅ जी देखैलेॅ सब सखिया।।

परछन

दुलहा दुल्हैन लेॅ केॅ अइलै दुअरयिा
देखैलेॅ अइलै जी सगरी नगरिया
परिछैलूेॅ आबी गेलै मइआ बहिनियां
टोला महल्ला के सखिया सहेलिया
बन्ना केॅ सोहे सखि जामा ओ जोड़ा
दुलहिन दुलरिया केॅ कंगना बेसरिया
बन्ना संवरिया जी गोरी दुल्हनियां
राधा किसन जी के अनुपम जोड़िया
अचल सोहाग रहेॅ नव-दम्पति के
जब तक बहैछै जी गंगा जमुनियां।