बोलूँ तो इतना
कि लगे गूँगा हूँ
सुनूँ तो इतना
कि लगे बहरा हूँ
खाऊँ तो इतना
कि लगे हवा पर जिंदा हूँ
देखूँ तो इतना
कि लगे अंधा हूँ
सभी संवेदनाएँ
सभी इंद्रियाँ
लौट जाएँ
जहाँ से आयी हैं
बस शून्य हो
सनसनाता हुआ
बस शून्य हो
भिनभिनाता हुआ।
बोलूँ तो इतना
कि लगे गूँगा हूँ
सुनूँ तो इतना
कि लगे बहरा हूँ
खाऊँ तो इतना
कि लगे हवा पर जिंदा हूँ
देखूँ तो इतना
कि लगे अंधा हूँ
सभी संवेदनाएँ
सभी इंद्रियाँ
लौट जाएँ
जहाँ से आयी हैं
बस शून्य हो
सनसनाता हुआ
बस शून्य हो
भिनभिनाता हुआ।