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शोषण / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
हम्में छेकियै
ओकरा वास्तें
एक चेक नांकी
वें भँजाय छै हमरोॅ नाम
हम्में पास रहौं ओकरा सें या दूर
वें करतेॅ रहै छै
हमरोॅ शोशण
यहेॅ रंग
काम निकालै छै वें आपनोॅ
बड़ोॅ-बड़ोॅ
हमरा भँजाय केॅ
बाजारोॅ में ।