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श्याम विमल / मानस

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श्याम विमल एक बूढ़ा कवि है
श्याम विमल एक ख़फ़ा कवि है
और सबसे खराब बात ये है
कि श्याम विमल एक निर्गुट कवि है

कवि और कविता को
जो अलग-अलग मानते हैं
ये उन्हीं का बयान है
श्याम विमल कवि जैसा भी है
मगर एक अच्छा इंसान है

श्याम विमल चिट्ठियां लिखता है
प्रार्थना करता है सबसे
संवाद करो

चर्चित कवि संवाद नहीं करते
संवादहीन कवि की कविता
संवाद क्या करेगी
वह तो स्वार्थ के अंधेरे में मरेगी

रचनाकाल:1997