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संकर / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
Kavita Kosh से
मेरे पिता हैं
श्वेत बूढ़े व्यक्ति
और मेरी वृद्धा माँ हैं अश्वेत।
यदि कभी मैंने
अपने श्वेत वृद्ध पिता को
कोई बद्दुआ दी हो
तो मैं वे बद्दुआएँ वापस लेता हूँ।
यदि कभी भी मैंने अपनी
अश्वेत वृद्धा माँ को
कोई बद्दुआ दी हो
और उनके लिए की हो नर्क की कामना,
तो उन बद्दुआओं के लिए मुझे खेद है
और अब मैं उनके भले की कामना करता हूँ।
मेरे वृद्ध पिता मरे बड़े सुन्दर मकान में,
मेरी माँ मरी मामूली झोपड़ी में.
मेरा कौतुक कि मैं कहाँ मरूँगा
न तो मैं श्वेत, न अश्वेत।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’