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संगीत आलाप / अशोक शुभदर्शी

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हम्में गवाही छियै
प्रसिद्ध संगीतज्ञ
टूल बाबू केॅ तबला वादन के

रोजे सुबह-शाम चलै छेलै
हुनकोॅ दरवारोॅ में
संगीत रियाज

खिंचलोॅ आवै छेलै संगीत प्रेमी
दूरोॅ-दूरोॅ सें हिनका यहाँ
तबेॅ हम्मू झूमी जाय छेलियै
संगीत केरोॅ आलापोॅ सें

हम्में बचाय केॅ राखलेॅ छियै
वहेॅ संगीत आलाप
कोय सुनेॅ तेॅ सही
हमरा पास आबी केॅ
चाँदनी-इंजोरिया रातोॅ में
हम्में छेकियै कि नै
वहेॅ संगीत आलाप ?