भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

संघर्षों की अजब कहानी है / अमित कुमार अम्बष्ट 'आमिली'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

संघर्षों की अजब कहानी है
जीवन सारस की लम्बी चोंच,
और समतल प्लेट में पानी है।
संघर्षों की
चतुर लोमड़ी-सा है मानव
जो जीवन भर छल करता है,
हासिल सपनों से आगे फिर वही सुराही है।
संघर्षो की ।
कौआ-सी कोशिश अपनी
घट के तल में पानी है,
चुन-चुन पत्थर डाल रहा उम्मीदों ने ठानी है।
संघर्षों की ।
गजब रेस है अब तो जीवन
बस खरहे ही दौड़ रहे,
हर कच्छप के माथे पर बल है गीली पेशानी है।
संघर्षों की ।
लोकतंत्र के बंदर मालिक
जाने कैसे तौल रहे,
बिल्लियों के झगड़े में हरदम एक पलड़ा भारी है।
संघर्षो की ।