भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

संत सतपाल जी / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रामोॅ रँ नर
कोय समाजवादी
सतपाल जी ।

ईशा रँ आज
संसारो ॅ में जों कोय
सतपाल जी ।

सतपाल रँ
आध्यात्मिक विज्ञानी
आय कोय्यो नै ।

सद्गुरू वैद्य
बातोॅ में विश्वास जों
भौ-रोग नाश ।

कृष्ण रङ गुरू
आयकोॅ समय में
सतपाल जी ।

मानवतावादी
कबीरोॅ रङ जों कोय
सतपाल जी ।

कनखल में
जे तपोभूमि छेकै
अवतरण ।

सन्तान छेकै
हंस-राजेश्वरी के
सतपाल जी ।

दिव्यशक्ति केॅ
आत्मसात करि केॅ
जनकल्याण ।

वंदौं चरण
नररूप हरि जे
वचन-रवि ।