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संदेश / नवीन निकुंज
Kavita Kosh से
कल ओकरे ही होतै
सपना जे बूनै
मालिक उ$ भागोॅ के।
कल की होतै छोड़ोॅ
आयकोॅ बात करोॅ
दुनियाँ होथौं तोरोॅ।